वृक्ष आक्सीजन का बेहतर स्त्रोत इसकी पूर्ति की दिशा में अमृत वनों के निर्माण की परिकल्पना और कार्य एक सराहनीय कदम है -मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल
दमोह में भी अमृत वन के लिये 948 ग्रामों से पहुंची मिट्टी, घडे़ और पौधे
जरारूधाम में रोपे गये एक हजार पौधे
दमोह - भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने जो संकल्प लिया उसको पूरा करने की दिशा में हमारा भी यह कदम है। आजादी के अमृत काल के प्रारंभ होने की स्मृति में दिल्ली में अमृत वन बनाया जा रहा है, उसी तर्ज पर जरारूधाम में भी कार्य प्रारंभ किया गया है। वृक्षों का महत्व उस समय दुनिया को समझ में आया था जब कोविड 19 के प्रहार से हम जूझ रहे थे आक्सीजन की कमी ने सबको परेशान कर दिया था। अमृत महोत्सव के समाप्त होते ही अमृत काल प्रारंभ हो गया हैं। आज जिले की सभी ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों ने और संकल्प को पूरा करने में अपना योगदान दिया में इसके लिये सभी का आभार व्यक्त करता हूं । इस आशय के विचार केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आज जरारूधाम के विशाल परिसर में वृक्षारोपण के दौरान व्यक्त किये। इस अवसर पर विधायक पीएल तंतुवाय, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेन्द्र व्यास, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल, पूर्व विधायक लखन पटेल, अमर सिंह राजपूत, भरत यादव, विनोद राय, अनिता खरे, नर्मदा सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, आमजन, पर्यावरण प्रेमियों की उपस्थिति रही।
केन्द्रीय राज्यमंत्री पटेल ने कहा भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमृत काल के प्रारंभ होने वाली इस यात्रा की स्मृति में देश की राजधानी दिल्ली में एक अमृत वन बनाने का संकल्प लिया है। देश की प्रत्येक विधानसभा से एक-एक पौधा एवं मिट्टी दिल्ली में बनने वाले अमृत वन के लिये ले जायी जायेगी। इसी के मद्देनजर जिले अंतर्गत आने वाले जरारूधाम में अमृत वन बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वप्नों को साकार करने के लिये कार्य प्रारंभ किया गया है, 948 ग्राम पंचायतों से पौधे, मिट्टी एवं घड़े लेकर ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि पहुंचे।
उन्होंने कहा वृक्ष आक्सीजन के बेहतर स्त्रोत हैं, इसकी पूर्ति की दिशा में अमृत वनों के निर्माण के परिकल्पना और कार्य एक सराहनीय कदम है इसके लिये मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होने कहा दमोह जिले की सभी ग्राम पंचायतों के बाद नगरीय क्षेत्र के वार्डों को भी इसमें सम्मिलित किया जायेगा। जरारूधाम में एक निर्धारित स्थान पर नगरपालिका एवं नगर पंचायतों से आने वाले वृक्षों को रोपित किया जायेगा।
कार्यक्रम में दौरान महत्वपूर्ण बात यह थी कि प्रत्येक विधानसभा एवं ग्राम पंचायतों के लिये स्थान चिंहित किया गया था और केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल स्वयं प्रत्येक पौधा रोपण करने वालों के पास पहुंचकर उत्साह वर्धन कर रहे थे।
ज्ञातव्य है जरारूधाम का शुभारंभ केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने बर्ष 2016-17 में किया था, जिसका उद्देश्य आवारा पशुओं की समस्या का समाधान और पर्यावरण संरक्षण जो अब साकार होता नजर आ रहा हैं। प्रारंभ काल में रोपित पौधे आज विशाल वृक्षों का स्वरूप ले चुके हैं। जबकि यहां पर हजारों गौ वंश को बेहतर प्राकृतिक व्यवस्था दी जा रही है।
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