पशुपालन विभाग के माध्यम से प्रदेश का नक्शा बदला जा सकता है यहां काम की काफी संभावनाएं है - पशुपालन राज्यमंत्री लखन पटेल

 पशुपालन विभाग के माध्यम से प्रदेश का नक्शा बदला जा सकता है


यहां काम की काफी संभावनाएं है

मार्गों पर गौवंश बड़ी समस्या है, सरकार इस दिशा में काम कर रही है,

जल्द ही इसके परिणाम दिखेंगे

हम पशुपालन को व्यापारिक दृष्टि से करने लगे तो निश्चित रूप से यह आय बढ़ाने

का काम करेगा-पशुपालन राज्यमंत्री लखन पटेल

पशु जागृति अभियान के तहत ग्राम बोतराई में पशु बांझपन शिविर एवं जागरूकता गोष्ठी संपन्न

पी.जी., पी.एच.डी.के स्टूडेंटों ने किया पशुओं का इलाज



दमोह -  यहां ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर लोग किसान ही है, हम पशुपालन इसलिए करते हैं कि घर में दूध हो जायेगा, घी बन जायेगा। यदि हम पशुपालन को व्यापारिक दृष्टि से करने लगे तो निश्चित रूप से यह आय बढ़ाने का काम तो करेगा ही, जो प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना है कि किसानों की आय दोगुनी करने का, यही एक माध्यम है जो किसानों की आय को दोगुना कर सकता है। इस विभाग के माध्यम से प्रदेश का नक्शा बदला जा सकता है,यहां काम की काफी संभावनाएं है। मार्गों पर गौवंश बड़ी समस्या है, सरकार इस दिशा में काम कर रही है, जल्द ही इसके परिणाम दिखेंगे। इस आशय के विचार प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल ने आज पथरिया विकासखण्ड के ग्राम बोतराई में आयोजित पशु जागृति अभियान के तहत पशु बांझपन शिविर एवं जागरूकता गोष्ठी को संबोधित करते हुये व्यक्त किये। इस अवसर पर नानाजी देशमुख वेटनरी विज्ञान यूनिर्वसिटी जबलपुर के कुलपति प्रो. डॉ सीता प्रसाद तिवारी, अधिष्ठाता डॉ राजेश कुमार शर्मा, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ सुनील नायक, जनपद अध्यक्ष खिलान अहिरवार खासतौर पर मौजूद थे।



            पशुपालन राज्यमंत्री लखन पटेल ने कहा नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा आज एक संगोष्ठी आयोजित की गई जिसमें गौवंश आदि की हेल्थ, उनको दिए जाने वाली दवाईयां और सरकार की जो-जो भी योजना है उसके बारे में किसानों और पशुपालकों को अवगत कराया है। राज्यमंत्री पटेल ने कहा विश्वविद्यालय की सभी टीम ने आकर के मेरे क्षेत्र का गांव चुना, उसके लिए उनका धन्यवाद करता हूं। इस कैंप से लोगों में जागरूकता तो आएगी ही साथ ही साथ यहां का प्रचार-प्रसार होगा, तो दूसरे गांव के लोग भी यहां पर शामिल होंगे। उन्होंने कहा मैंने बड़े स्तर पर कोई एक ऐसे मेले का आयोजन करने कहा था जिसमें पूरे जिले के लोग तो शामिल होंगे ही, साथ में संभाग और प्रदेश के लोग भी यहां आए, जो कि हमारे मुख्यमंत्री जी का सपना है, उसको पूरा कर सके और उनको भी आयोजन में बुला सकें।


पशुपालन राज्यमंत्री पटेल ने कहा गौवंश-पशुपालन से किसानों की आमदनी दोगुनी करने का काम किया जा सकता है। हमारे पास दूध तो है लेकिन उसकी खपत नहीं है तो दूध का बहुत ज्यादा स्टॉक हो जाता है, अमूल के साथ टाईअप करके इस काम को आगे बढ़ने का काम करेंगे।


            उन्होंने कहा मैंने दिल्ली में पशुपालन और डेयरी के मंत्री रूपाल से मिलकर, अपनी समस्या के बारे में आग्रह किया तो उन्होंने कहा कि आप बड़े-बड़े गौ अभ्यारण बनाईये, बाउंड्री बनाने के लिए, शेड बनाने के लिए, पानी के लिए जिसका पूरा पैसा हम देंगे। उन्होंने बताया एक हिमाचल प्रदेश के व्यक्ति ने कहा हम आपके साथ काम करना चाहते हैं, हम सांची डेयरी है, उसके साथ टाईअप करना चाहते हैं, इसमें पैसे की कोई दिक्कत नहीं है हम सारे इनवेस्ट करेंगे और सांची के साथ कोलैबोरेट करके इको वर्ल्ड वाईज बनायें। वे कुछ दिन बाद यहां आकर एग्रीमेंट करने वाले हैं।

            पशुपालन राज्यमंत्री पटेल ने कहा हमारी सबसे बड़ी समस्या है सड़कों पर जो गौवंश घूम रही है, इस संबंध में केन्द्रीय मंत्री रूपाला जी से चर्चा हुई जिसकी योजना बनाकर 05 से 10 गांव में एक बड़ा गोबर गैस प्लांट लगाकर, उन्हें गैस दी जा सके । इसके लिए योजना तैयार की गई है, इसमें समय लगेगा क्योंकि यह बड़ा काम है, जब गाय का गोबर आपके घर से बिकने लगेगा तो आप गौवंश को कहीं बेसहारा नही छोड़ेंगे। मैं उसी दिन से यह सपना देख रहा हूं कि जिस दिन से यह तीनों चीजें हो गई, तो आप यह मानकर चलिए की मध्य प्रदेश का नाम पूरे हिंदुस्तान में ही नहीं पूरे विश्व में सबसे ऊपर हो जाएगा।



            नानाजी देशमुख वेटनरी विज्ञान यूनीर्वसिटी जबलपुर के कुलपति डॉ सीता प्रसाद तिवारी ने कहा कृषि से संबंधित जो बृहद नॉलेज आप सभी के पास है। हम पशुपालन के क्षेत्र को गांव-गांव तक ले जाएं, पशुपालन के माध्यम से जो किसान भाई आत्मनिर्भर हो और अपनी आमदनी को बढ़ाने के सुझाव दिये। उन्होंने कहा गौशाला में हम वर्मी कंपोस्ट बना सकते हैं, और हम गौशाला में कुछ ट्रेनिंग प्रोग्राम भी कर सकते हैं, सर्टिफिकेट कोर्सेज स्टार्ट कर सकते हैं और जो पैसा हमारे पास आएगा उसे पैसे को हम गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगायेंगे। इसकी विविध जानकारी पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय जबलपुर देता है। उन्होंने कहा कि क्लिनिकल कैंप के माध्यम से यहां के बीमार पशुओं का इलाज भी कराया जाएगा। हम चाहते हैं कि विश्वविद्यालय से जो डॉक्टर है, वह एक या दो महीने में कम से कम एक बार यहां पर सेवाएं दें। बोतराई गांव में आगे चलकर जो भी पशुपालन एवं पशु चिकित्सा से संबंधित जो भी एक्टिविटी है इसका एक केंद्र बने। हमें रोजगार भी निर्मित करना है और हमारे यहां के जो लोग हैं काफी दूर तक पढ़ाई करने जाते हैं, 12वीं के बाद एक डिप्लोमा का कार्यक्रम, पशु चिकित्सा महाविद्यालय चलाता है।


            वेटनरी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ राजेश शर्मा ने कहा दवाइयां वितरण कर रहे हैं, जिसमें कैल्शियम मिनरल मिक्चर और फिर संगोष्ठी भी साथ में, जो हमारे युवा वर्ग है जो हमेशा रोजगार के लिए परेशान रहते हैं पशुपालन से जो हमारे प्रधानमंत्री जी का सपना है कि आय को दोगुना करना है। कृषि और पशुपालन जब साथ-साथ दोनों व्यवसाय किए जाएंगे तब आय निश्चित रूप से दोगुनी हो सकती है। तो हम पशु चिकित्सा महाविद्यालय के सभी हमारे शिक्षक, जो आए हैं पी.जी., पी.एच.डी. के स्टूडेंट भी साथ में आए हुए हैं, वे दिन भर गांव के जो भी पशुओं की समस्या है, उनका निराकरण करेंगे और जितना संभव हो सकेगा इतना उपचार देंगे।


            इसके पूर्व कार्यक्रम राज्यमंत्री  पटेल ने मॉ सरस्वती एवं भारत माता के चित्र समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यापर्ण कर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने गौ-माता का पूजन भी किया तथा बजरंगी बली के मंदिर में दर्शन किये। उन्होंने गौ-पालकों को दवाई की किट भी वितरित की । नानाजी देशमुख वेटनरी विज्ञान यूनिर्वसिटी जबलपुर से आए पी.जी., पी.एच.डी. के स्टूडेंट से पशुओं का इलाज किया।


            कार्यक्रम में खरगराम पटैल, लाखन प्रजापति, बद्री पटैल, बलराम पटैल, राजेश कुर्मी, रणवीर,अन्य जनप्रतिनिधि, उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ ए.डब्ल्यू.खान सहित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

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