भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफ.एस.एस.ए.आई.) के प्रोजेक्ट "ईट राइट स्टेशन" के तहत दमोह रेलवे स्टेशन को प्राप्त हुआ ईट राइट स्टेशन प्रमाण पत्र, दमोह रेलवे स्टेशन को मिली फाइव स्टार रेटिंग
दमोह - ईट राइट स्टेशन एक पहल है जो भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफ.एस.एस.ए.आई.) द्वारा शुरू की गई है। इसका उद्देश्य रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षित और स्वस्थ खाद्य विकल्प प्रदान करना है। ईट राईट स्टेशन प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित और स्वस्थ खाद्य विकल्प प्रदान करना, खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता को बढ़ावा देना, उपभोक्ताओं को स्वस्थ खाद्य विकल्पों के बारे में जागरूक करना एवं रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
ईट राईट स्टेशन के तहत एफ.एस.एस.ए.आई. ने रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए पहल की है। इनमें खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता के लिए नियमों और मानकों का विकास, खाद्य विक्रेताओं और रेस्तरां के लिए प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम, खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता की निगरानी और प्रवर्तन एवं उपभोक्ताओं के लिए जागरूकता और शिक्षा कार्यक्रम शामिल हैं। ईट राईट स्टेशन एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारत में रेलवे स्टेशनों पर खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता को बढ़ावा देने में मदद कर रही है।
दमोह रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों, उपभोक्ताओं को शुद्ध एवं सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग एवं रेल विभाग के सहयोग से दमोह रेलवे स्टेशन को चयनित किया गया था। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा केंद्रीय ऑडिटर के माध्यम से दमोह रेलवे स्टेशन का ऑडिट किया गया था। एफ.एस.एस.ए.आई. ने केंद्रीय ऑडिटर की प्रस्तुत ऑडिट रिपोर्ट अनुसार दमोह रेलवे स्टेशन को ईट राइट स्टेशन प्रमाण पत्र जारी किया है। उक्त प्रमाण पत्र की सर्टिफिकेशन प्रक्रिया में ऑडिटिंग पार्टनर हासिल बोर्ड, लखनऊ, उत्तर प्रदेश, ट्रेनिंग पार्टनर एरोमा शिक्षा एवं सेवा समिति, छत्तीसगढ़ एवं इम्प्लीमेंटेशन पार्टनर फ़ूड सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन दमोह मध्यप्रदेश हैं। उक्त प्रमाण पत्र दो वर्ष की अवधि 31 जनवरी 2025 से 30 जनवरी 2027 तक वैध रहेगा।
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