पुरातात्विक ऐतिहासिक महत्व के वास्तुकला की इमारत"हाकगंज बरण्डा" द्वार के पुर्ननिर्माण हेतु कलेक्टर श्री कोचर ने आयुक्त पुरातत्व को लिखा पत्र
दमोह - पुरातात्विक ऐतिहासिक महत्व के वास्तुकला की इमारत "हाकगंज बरण्डा"द्वार बिना अनुमति के निर्माण करने से हुई क्षति को पुर्ननिर्माण उसी शैली एवं स्वरूप में किये जाने के उद्देश्य से कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने आयुक्त पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय भोपाल को पत्र लिखा है।
पत्र में कहा गया है दमोह शहर के मुख्य बाजार में स्थित पुरातात्विक ऐतिहासिक महत्व के वास्तुकला की इमारत 'हाकगंज बरण्डा' जिसकी प्रमाणिकता इस इमारत के शीर्ष पर लगे अभिलेखीय प्रस्तर खण्ड पर उत्कीर्ष इबारत के पढ़ने से मालूम होता है कि यह वास्तु विन्यास 1886 में लार्ड.टी.डब्ल्यु हाग, डिप्टी कमिश्नर द्वारा निर्मित 'हाकगंज बरण्डा' पुरातत्वीय महत्व की इमारत को स्थानीय तौर पर बरण्डा के नाम से जाना जाता है। इस विरासत वास्तु में तीन दिशाओं में वृहद प्रवेश द्वार निर्मित है।
18 मई 2024 को उक्त तीन प्रवेश द्वारों में से एक प्रवेश द्वार के समीप बिना अनुमति के निर्माण के चलते द्वार क्षतिग्रस्त हो गया है।
नगर की एक विशिष्ट विरासत के रूप में इस द्वार के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए इसका पुर्ननिर्माण उसी शैली एवं स्वरूप में किये जाने की योजना है। इस हेतु विभागीय यांत्रिकी इन्जीनियर्स एवं संबंधित अधिकारियों को दमोह भ्रमण कर उक्त स्थल का अवलोकन करने एवं द्वार पुर्ननिर्माण का प्राक्कल तैयार करने हेतु निर्देश प्रसारित करने आग्रह किया गया है।
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